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लेखनी प्रतियोगिता -04-May-2022

वह राह जिससे

मानवता का उत्थान है
पहला चरण ही
नारी का सम्मान है

महज इसलिए नहीं कि
वो माँ है बहन, पत्नी या बेटी है
बल्कि पर्याप्त है
कि वह एक स्त्री है

वो हर तरह के सम्बन्धों
का आधार है
बल्कि हर सम्बन्ध
उसकी महान व्यक्तित्व का
महज अंशावतार है

वह मूक भी वाचाल भी
वह रूपसी भी काल भी
वह प्रकृति है, अस्तित्व है
अनगिनत ही व्यक्तित्व हैं

वह प्रकृति का प्राकट्य है
वह पूर्णता अकाट्य है

जिस भावना में स्त्रीत्व
का सम्मान है
वह ईश्वर की राह का
पहला सोपान है

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16 Comments

Shnaya

06-May-2022 01:13 PM

👌👏🙏🏻

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Anshumandwivedi426

06-May-2022 03:02 PM

सादर धन्यवाद

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Punam verma

05-May-2022 01:26 PM

Very nice

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Anshumandwivedi426

05-May-2022 02:03 PM

कोटिशः धन्यवाद

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Shrishti pandey

05-May-2022 11:27 AM

Bahut khoob

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Anshumandwivedi426

05-May-2022 02:03 PM

कोटिशः धन्यवाद

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